भुमिगत खदान से क्षेत्र में तरक्की होगी । ना कि नुकसान एस डी एम ने विस्तार से दी जानकारी।

ग्राम दर्पण न्यूज़
धरमजयगढ़ के पुरुगां में प्रस्तावित भूमिगत कोल ब्लॉक की जनसुनवाई को लेकर आज जनपद पंचायत धरमजयगढ़ के सभागार में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) धरमजयगढ़ की अध्यक्षता में एक आवश्यक बैठक आयोजित की गई। बैठक में पुरुंगा, सामरसिंघा, तेंदुमुड़ी और कोकदार क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, सरपंच, बीडीसी सदस्य सहित अडानी कंपनी के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान ग्रामीणों द्वारा जनसुनवाई निरस्ती की मांग और उठाए गए सवालों पर कंपनी के प्रतिनिधियों ने अपना पक्ष स्पष्ट किया।अडानी अधिकारियों ने कहा कि प्रस्तावित भूमिगत कोल खनन से कृषि, जल स्रोत या वन क्षेत्र पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। वनोपज संसाधन और जीव-जंतु पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे। भूमि अधिग्रहण या विस्थापन की कोई आवश्यकता नहीं होगी।परियोजना से 1200 स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि कंपनी क्षेत्रीय विकास के लिए प्रतिबद्ध है और ग्राम सभा के अधिकार एवं पेशा एक्ट के प्रावधान अपने मूल स्वरूप में बने रहेंगे। गौरतलब है कि ग्राम तेंदुमुड़ी में 18 अक्टूबर को आयोजित विशेष ग्राम सभा में ग्रामीणों ने मेसर्स अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड (अडानी पुरुंगा भूमिगत कोयला खदान) के प्रस्ताव पर आपत्ति दर्ज करते हुए जनसुनवाई निरस्ती की मांग कर रही है।इसके तहत 22 अक्टूबर को ग्रामीण प्रतिनिधियों ने जिला कलेक्टर रायगढ़ को ज्ञापन सौंपा था। कंपनी के अनुसार, कुल 869.025 हेक्टेयर भूमि में से मात्र 17 हेक्टेयर क्षेत्र का उपयोग खनन के लिए किया जाएगा जो वन भूमि के अंतर्गत आएगा एवं इस जगह से जमीन अन्दर प्रवेश करने के लिए सुरंग बनाया जाएगा एवं सामाग्री उपकरण हेतु गोदाम बनाया जाएगा वहीं ये सभी जगह वन भूमि अन्तर्गत आएगा बांकी सभी जगह पर जैसे खेती किसानी एवं अन्य चीजें है सभी वैसा ही रहेगा केवल जमीन के अन्दर अन्दर खुदाई होगा।वह भी इतना गहराई में कि बोर एवं टयुवेल को कोई नुक़सान नहीं होगा।