धरमजयगढ़ बस स्टैंड में बना लाखों का फब्बारा बेकार साबित हो रहा है।
धरमजयगढ़।नगर में बना एक मात्र फब्बारा जिसकी देखरेख में नगरपंचायत असफल।
धरमजरगढ़ के हृदय स्थल कहे जाने वाले नगर के एक मात्र बस स्टैंड में मौजूद बस एक मात्र फब्बारा जिसकी देखरेख में नगरपंचायत असफल साबित हो रहा है ।
तो आगे और क्या उम्मीद किया जा सकता है और पुरे धरमजरगढ़ की देखभाल की स्थिति क्या हो सकती है ।यह सहजता से अनुमान लगाया जा सकता है।
कहने को तो धरमजरगढ़ एक नगर पंचायत है मगर इस नगर के कर्ता धर्ताओ ने इस नगर पंचायत को ग्राम पंचायत के श्रेणी में लाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ा है। इसका ताजा तरिन जिता जागता उदाहरण देखने के लिए ज्यादा कड़ी मेहनत करने आवश्यकता नहीं है ।शहर के नाम पर धरमजरगढ़ में एक मात्र बस स्टैंड है इसे ही सभी धरमजरगढ़ के शहर के नाम से जानते है और गनिमत से इसी बस स्टैंड के मध्य यह एक मात्र फब्बारा भी स्थीत है ।
जिसे नगर की खुबसूरती को निखारने के लिए बनाया अवश्य गया था। मगर अब यही फब्बारा नगर की खुबसूरती बिगाड़ रहा है जो धरमजरगढ़ के महान कर्ता धर्ताओ की उदासीनता को सहने को मजबूर है और अपनी स्थिति से धरमजरगढ़ के व्यवस्थापकों की मानसिकता और काबिलियत को बयां कर रही है। और कह रहा है कि।
वह रे नगर पंचायत मस्त रहे मस्ती में आग लगे बस्ती में।