सरगुजा में जमीन घोटाला मामले में जिला भाजपा अध्यक्ष एवं एक कांग्रेस नेता सहित 7पर एफ आई आर।

ग्राम दर्पण न्यूज़
अम्बिकापुर छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में करोड़ों रुपये की जमीन घोटाले का बड़ा मामला सामने आया है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत ने दो महिलाओं की याचिका पर सुनवाई करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष, कांग्रेस नेता समेत सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश के आरोपों में पुलिस जांच कर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है।

आरोप है कि बहुमूल्य शासकीय भूमि के सौदे में दस्तावेजों में हेराफेरी कर, आंशिक भुगतान दिखाकर फर्जी तरीके से जमीन का हस्तांतरण और बिक्री की गई। आरोपितों ने राजस्व विभाग के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से सरकारी जमीन को जाली दस्तावेजों के आधार पर अपने और अपने संबंधियों के नाम दर्ज करा लिया।अम्बिकापुर के नमनाकला क्षेत्र में 4.22 एकड़ शासकीय गोचर भूमि को फर्जी दस्तावेजों के जरिए दूसरे व्यक्ति के नाम पर दर्ज कर बेच दिया गया। कलेक्टर कोर्ट ने जांच के बाद इन रजिस्ट्रियों को निरस्त कर भूमि को पुनः शासकीय खाते में दर्ज करने का आदेश दिया है।
जांच में सामने आया कि राजस्व मंडल के फर्जी आदेशों के जरिये 2022 से 2024 के बीच सरगुजा, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में 42 फर्जी मामले सामने आए, जिनमें से 21 केवल सरगुजा जिले के हैं। अनुमान है कि करीब 500 करोड़ रुपये से अधिक की जमीन की हेराफेरी की गई है।शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि इस घोटाले में तत्कालीन पटवारी, आरआई और तहसीलदार की भूमिका संदिग्ध रही। अब तक कई आरोपितों पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी है।इस घोटाले में कई प्रभावशाली और राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों के नाम सामने आए हैं, जिनमें भाजपा जिलाध्यक्ष और कांग्रेस नेता प्रमुख हैं। अदालत के आदेश के बाद पुलिस जांच और एफआईआर की प्रक्रिया तेज हो गई है। यह मामला छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े भूमि घोटालों में गिना जा रहा है, जिसमें प्रशासन, राजस्व विभाग और राजनीतिक रसूखदारों की मिलीभगत से सरकारी जमीनों की बड़े पैमाने पर हेराफेरी की गई।
साभार जग सन्देश न्यूज़।