कूमारता नहर पहली बारिश में टुट गया।

लगभग 5 करोड़ का नहर का बजट है ।
एक महीने के भीतर टूटकर बिखर रहा है बालाजी कंस्ट्रक्शन का घटिया निर्माण नहर में पानी की जगह भ्रष्टाचार बह रहा है।
कुमारता डैम से किसानों के खेत की सिंचाई हेतु निर्मित यह नहर चंद दिनों में टूट कर बिखर गया है धरमजयगढ़ जल संसाधन विभाग आंखें मूंद कर बैठ गया है ।
पूरे नहर की निरीक्षण किया जाए तो हकीकत चौका देने वाली है स्थानीय ग्रामीण कहा रहा है नहर निर्माण में सीमेंट का उपयोग कम हुआ है।
ग्रामीण कह रहा है नहर किसी काम का नहीं बना है जहां-जहां नहर खराब है वहां छोड़कर अच्छा जगह देखकर काम किया गया है।
खराब जगह पर काम नहीं होने से पानी जहां तहां से निकाल कर बह रहा है नहर से लगे खेतों से पानी निकासी का पाइप भी कहीं-कहीं उपयोग किया गया है
ॽसवाल आखिर यह है कि इतने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार कर पाना एक अकेले ठेका कंपनी ही जिम्मेदार हो सकता हैॽ क्या जल संसाधन विभाग की अधिकारी मौके का निरीक्षण नहीं किए होंगेॽ निर्माण कार्य का गुणवत्ता की जांच करना किसका काम है ॽहो ना हो विभाग और ठेका कंपनी की मिली भगत से ही कुमारता नहर भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ रहा है।