जिले के पहाड़ी कोरबाओं को आज तक नहीं मिला विशेष पिछड़ी जनजाति का दर्जा !

ग्राम दर्पण न्यूज़
रायगढ़ जिले में निवास रथ 556 परिवार जो पहाड़ी कोरबा समुदाय से हैं जिसे भारत सरकार द्वारा पांच विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह के श्रेणी में शामिल किया गया है एवं इन जनजातियों की विकास के लिए अनेकों सुविधा दे रही है वहीं छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के 556 पहाड़ी कोरबा जनजाति परिवारों को सर्व त्रुटि के कारण इन परिवारों को सूची में शामिल नहीं किया गया है।
जिस कारण रायगढ़ जिले में इन जनजातियों की संख्या निरंक बताई जा रही है जो की सही नहीं है आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा वर्ष 2005 -6 में एवं 2015-16 में राज्य की पांच विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह का सर्वेक्षण किया गया था उक्त संस्थान स्थान को पत्राचार करते हुए समाज के अध्यक्ष प्रेम साय के द्वारा रायगढ़ जिले के 556परिवारों का सूची में नाम जोड़ने का अनुरोध किया गया था ।
जिस पर संस्था ने रायगढ़ जिले का दोबारा सर्वेक्षण अध्ययन कराया उक्त सर्वेक्षण में रायगढ़ जिले के कुल 28 ग्रामों में निवासरत कोरबा समुदाय को पहाड़ी कोरबा जनजातियों का होना पाया गया धरमजयगढ़ विकासखंड के 17 ग्राम लैलूंगा विकासखंड के 10 ग्राम खरसिया विकासखंड के 1 ग्राम कुल 28 ग्रामों में निवासरत 556 पहाड़ी कोरबा समुदायों परिवारों को सूची में शामिल नहीं किए जाने के कारण इन जनजातियों को केंद्र सरकार द्वारा दिए जाने वाली विशेष पिछड़ा जनजाति विकास का सहायता एवं लाभ नहीं मिल पा रहा है ।
पहाड़ी कोरबा पिछड़ा जनजाति का अध्यक्ष प्रेमसाय इस समस्या का जिम्मेदार प्रदेश शासन को ठहराते हुए बताया कि आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान सर्वेक्षण के द्वारा इन जनजातियों का रायगढ़ जिले में होने का रिपोर्ट प्रदेश शासन को सौंप दिया गया है वही समाज के अध्यक्ष द्वारा 2018 से विभाग एवं मंत्रालय का चक्कर काटा जा रहा है मगर कहीं से भी कोई सहायता नहीं मिल पाई है ।मगर अपने समाज एवं स्वयं के अधिकार को लेने एवं दिलाने का संकल्प लिए हुए प्रेमसाय अब भी लगातार कोशिश में लगे हुए हैं एवं आगे कि कोशिश में लगे हुए हैं।
प्रेम साय को उम्मीद है कि विष्णु देव साय इनके लिए अवश्य कुछ करेंगे।
एवं इसी उम्मीद से जब वे मुख्यमंत्री से भेंट करने धरमजयगढ़ आए थे 14 अगस्त को मुख्यमंत्री का धर्मजयगढ़ आगमन हुआ था परन्तु सुरक्षा घेरे ने प्रेम साय को मुख्यमंत्री से भेंट नहीं होने दिया।