प्रेस वार्ता में शजल मधु ने कहा मुझ पर लगाया गया मिथ्या आरोप।

धरमजयगढ़। शजल मधु ने प्रेस वार्ता में कहा जल जंगल जमीन की लड़ाई में शामिल होने पर मुझ पर लगे हिस्ट्री सीटर का आरोप।
जल जंगल और जमीन की लड़ाई करने पर समाज सेवक पर लगा हिस्ट्री सीटर का आरोप।जहां प्रदेश भर में आम नागरिक जल जंगल एवं जमीन की लड़ाई से जुझ रहा है वही धर्मजयगढ़ क्षेत्र भी इस मामले से अछूता नहीं है स्थानीय समाज सेवक सजल मधु भी हमेशा जल- जंगल जमीन से जुड़ी हर मामलों में संघर्ष कर रहे हैं ।
जिससे क्षेत्र में स्थापित हो रहे अनेकों कंपनियां सजल मधु को अपने रास्ते में अवरोधक मानकर स्थानीय प्रशासन की मदद से इन पर अनेकों केस दर्ज कराकर इन्हें तोड़ने की कोशिश किया गया न्यायालय में यह सारी आरोप झूठ एवं गलत तरीके से लगाया गया आरोप साबित हुए इन्हीं कारणों से हिस्ट्री सीटर का भी इन पर आरोप लगाया गया था जिसे न्यायालय ने जिला पुलिस अधीक्षक को आदेश देते हुए इस आरोप को विलोपित करने का निर्देश दिए थे एवं न्यायालय की आदेश प्रति संलग्न कर सजल मधु ने भी जिला पुलिस अधीक्षक को निवेदन किए थे। जिसका जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा गंभीरता से न लेने की वजह से उक्त आरोप से सजल मधु मुक्त नहीं हो पाए सीधी भाषा में कहा जाए तो न्यायालय की आदेश की अवहेलना के कारण निर्दोष होते हुए भी सजल मधु के माथे पर हिस्ट्री सीटर का आरोप चश्पा हुआ रहा। सजल मधु क्षेत्र में एक सामाजिक एवं सम्मानित नागरिक का स्थान रखता है विगत दिनों धर्मजयगढ़ थाने में हिस्ट्री सीटर के तौर पर इनका तस्वीर चश्पा होने से समाज में इनकी मान एवं प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है जो की न्यायालय का निर्देश की अवमानना के कारण संभव हुआ है ।
न्यायालय की अवमानना करने वाले प्रशासन को भारतीय न्याय व्यवस्था कटघरे में शायद खड़े न कर सके मगर किसी की आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाना न्यायपालिका के लिए एक और उपलब्धि अवश्य साबित होगी। क्यों की हमारी न्याय व्यवस्था हमे निर्दोष तो अवश्य साबित कर सकती है मगर हमारी खोई हुई आत्म सम्मान को कैसे वापस कर सकेंगे।