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प्रधानमंत्री नल जल योजना में हो रहा है गुणवत्ताहीन निर्माण।

धर्मजयगढ़। धरमजयगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र में प्रधानमंत्री नल जल योजना के अंतर्गत हो रहे हैं नलों के जगत निर्माण को ठेकेदारों ने बहुत ही सहजता से लेते हुए अति स्तरहींन निर्माण को अंजाम देते जा रहा है जिसका कोई भी रोक-टोक ना होने के कारण वह अपने मनमाने तरीके से इस कार्य को अंजाम देते हुए शासन के कार्य को बदनाम करने पर तुला हुआ है हम आपको बता दें प्रधानमंत्री नल जल योजना एक ऐसी योजना है जहां गांव गांव तक प्रत्येक घरों में जल पहुंचने का है इस कार्य को ठेकेदारी के माध्यम से पूर्ण कराया जा रहा है मगर ठेकेदार अपनी मोटी कमाई करने के लिए बहुत ही स्टार हीन निर्माण कर रहा है प्रत्येक नल का जो जगत यानी नल का जो चबूतरा बना रहा है उसमें मटेरियल इतनी कम की सीमेंट का नामोनिशान नहीं है बालू की अत्यधिक मात्रा डाली जा रही है एवं उसे बालू को छुपाने के इरादे से ऊपर में जो घोल चढ़ाया जा रहा है उसी घोल के कारण ही सारी घोटाले दब जा रहे हैं आदिवासी इलाका होने के कारण आदिवासी जन् मानस इसका विरोध नहीं कर पाते हैं और ना ही वह कुछ बोलने की हिम्मत करते हैं प्रत्येक घरों में बन रहा है यह चबूतरा बनने के चंद दिनों के बाद टूट कर बिखर जा रहा है जो कि शासन की इस योजना को मजाक बना कर रख दिया है अगर इन नल जगत की निर्माण की तकनीकी जांच की जाए तो 101 परसेंट ये निर्माण गलत साबित होगा

मगर इन ठेकेदारों के द्वारा किए गए कार्यों की मूल्यांकन एवं जांच करने वाला कोई अधिकारी शायद नहीं है या है भी तो वह भी इस घोटाले को अंजाम देने में सहयोग कर रहे हैं। यहां नल जल योजना आरंभ हो चुके कई साल हो गए मगर अभी तक इन ग्रामीणों के घर तक एक नल और एक जगत और गांव में केवल पाइप लाइन और कहीं कहीं पानी की टंकी निर्माण ही हो सका है पानी का सप्लाई गिने चुने एक दो गांव में ही हो पाई है पानी की सप्लाई का अभी तक तो कार्य पूरा नहीं हो पाया है और इतने ही में यह नल और जगत उखाड़ कर बिखरने लगे हैं गांव वालों की माने तो ठेकेदार गांव में आकर प्रत्येक घर से राशन कार्ड मांग कर राशन कार्ड के हिसाब से प्रत्येक घर में एक नल का कनेक्शन चबूतरा के साथ स्थापित कर रहा है मगर यह नल और चबूतरा स्थापित हो चुके कई साल बीत चुके हैं मगर पानी की अब तक कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है और ऊपर से इन नल जगत इतने घटिया निर्माण का शिकार हो चुका है की जल आने से पहले ही यह नल जगत उखाड़ कर इधर-उधर बिखेर रहे हैं इसमें नाम मात्र का गिट्टी और सीमेंट है बाकी 90% बालू का उपयोग किया जा रहा है जो की टिकाऊ में कमजोर साबित हो रहा है।

परितोष मंडल

परितोष मंडल संवाददाता (ग्राम दर्पण) धरमजयगढ़, संतोष नगर वार्ड क्रमांक 8 जिला रायगढ़ छत्तीसगढ़

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