नियुक्ती प्रक्रिया का किया जा रहा है उल्याघंन।पात्र आवेदकों को नहीं मिला आंगनबाड़ी सहायीका नियुक्ति।अपात्र आवेदिका को फर्जी अंक सूची से नियुक्ति का आरोप।
कापु बाल विकास परियोजना अधिकारी के विधि विरुद्ध कार्य को लेकर उठ रहा है सवाल आंगनबाड़ी सहायीका पद के लिए भर्ती प्रक्रिया के गाइड लाइन के विरुद्ध अपात्र को दिया गया नियुक्ति मेरिट के आधार पर नहीं हुआ नियुक्ति जबकि आंगनबाड़ी सहायिका का पद को विधवा एवं परित्यक्ता महिला को मेरिट अनुसार प्रथम पात्रता माना गया है ।
इस मामले में आवेदन करने वाले नियुक्ति से वंचित पात्र आवेदिकाएं दो महिलाएं प्यारो बाई एवं सुदामा बाई का कहना है की नियुक्ति पा चुकी दो महिला रुक्मणी राठिया एवं पुष्प राठिया को नियुक्ति दिया गया है यह नियुक्ति गलत तरीके से दिया गया है नियुक्ति पा चुकी दोनों महिलाओं में से एक का मार्कशीट अंक सूची फर्जी है जो की शिकायत होने पर शिक्षा अधिकारी द्वारा अंक सूची सत्यापित के लिए DVP पब्लिक स्कूल के प्रधान प्राचार्य जितेंद्र सोनी के समक्ष भेजा गया था
जितेंद्र सोनी के कहे अनुसार अंक सूची में बिना सील मोहर के मेरा हस्ताक्षर मात्र था जिसे प्रधान प्राचार्य जितेंद्र सोनी के द्वारा सत्यापित करने से इनकार कर दिया गया वहीं अन्य एक नियुक्ति पा चुकी महिला के संबंध में ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि उक्त महिला को हमने अन्य स्कूल में पढ़ते देखा है मगर अंक सूची किसी और स्कूल का जमा किया गया है और यह एक नवयुवती है ऐसे तमाम आरोपों के अलावा अपात्रता की श्रेणी में होने के बावजूद संबंधित विभाग द्वारा इन दोनों महिलाओं को नियुक्ति देना अनेकों संदेह को जन्म दे रहा है एवं इन नियुक्तियों के आड़ में अच्छी खासी आदान-प्रदान की बु आ रही है ग्रामीणों के अनुसार इस मामले में विभागीय जांच जारी है और वास्तविकता को सामने लाने के लिए ग्रामीण हर न्यायिक दरवाजा तक जाने के लिए तैयार है इस मामले में और भी बहुत से मामले सूक्ष्म जांच होने पर सामने आने की पूरी संभावना है जिस पर स्थानीय मीडिया की ध्यान सतत बनी हुई है।