जनपद पंचायत धरमजयगढ़ में जमकर हो रही है भ्रष्टाचार व घूसखोरी।
जनपद पंचायत में बैठे बाबू करते हैं अवैध वसूली। धरमजयगढ़ विकास खंड के ग्राम पंचायत जबगा के सरपंच कृपा राम राठिया ने कहा। धरमजयगढ़ जनपद में बैठे बाबू रिश्वत लेते हैं अधिकारी से शिकायत करने पर भी नहीं होती कार्यवाही। ग्राम पंचायत के विकास कार्य के लिए मिलने वाला अनुदान को जनपद पंचायत के बाबू एवं अधिकारी आधा हजम कर रहे हैं । बिना कमीशन लिए जनपद में बैठे बाबू कोई भी कार्य नहीं करते हैं। 40% तक का कमीशन लेते हैं जनपद के बाबू । जब तक सरपंच या ग्राम सचिव बाबू को 40% कमीशन नहीं देते तब तक पंचायत संबंधी कोई भी कार्य योजना या प्रस्ताव स्वीकृत नहीं होता है ।जनपद पंचायत में बैठे बाबू कमीशन लेने के बाद कोई भी पंचायत संबंधी कार्य को बिना देखे बिना जांचे स्वीकृति दे देता है । चाहे कार्य की स्थिति जैसी भी हो मूल्यांकन अधिकारी कार्यों का मूल्यांकन में आनाकानी करते हैं एवं कार्य को गुणवत्ताहीन बताकर पंचायत सरपंच एवं सचिव से रिश्वत लेते हैं। रिश्वत मिलने के बाद सभी गुणवत्ताहीन कार्य को कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र जारी कर देते हैं । ग्राम पंचायत में होने वाली तमाम गुणवत्ताहीन निर्माण एवं स्तरहीन कार्य व कागजी विकास को पूर्णता प्रमाण पत्र जारी करना जनपद में बैठे बाबू लोग मनमाना रिश्वत लेकर अंजाम दे रहे हैं । ग्राम पंचायत के अधिकतर सरपंच कम शिक्षित होते हैं जो सारे कायदे कानून को समझ नहीं पाते हैं और जब समझने लगते हैं तो उनके कार्यकाल का समाप्ति का समय हो जाता है। और समझदार सरपंच एवं ग्राम सचिव मजबूरी में इस तरह के कार्यों को अंजाम देते हैं ।इन्हें काम भी कराना होता है ।और रिश्वत भी देना होता है । गांव के विकास में बाधा उत्पन्न के प्रमुख सूत्रधार कहीं और नहीं है । यह जनपद पंचायत में शासन से प्राप्त कुर्सी पर बैठे हैं इनके खिलाफ बोलने की साहस कोई नहीं करता क्योंकि एक की गलती को छुपाने के लिए सभी एक क्रम से गलती करते हैं। अतः गलत कार्य में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सभी शामिल हो जाते हैं। और यदि कोई इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना चाहे तो सारे सरकारी तंत्र एक हो जाते हैं और उठने वाली आवाज को दबा दिया जाता है ऐसा ही एक साक्ष्य ग्राम दर्पण के टीम को मिला है जीस बदौलत यह समाचार प्रसारण किया जा रहा है मामला धर्म जयगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायतों के विकास एवं कार्यो की स्थिति की रिपोर्टिंग करने के दौरान देखा गया है कि ग्राम पंचायत में कार्य योजनाओं एवं स्वीकृत योजनाओं की कमी नहीं है शासन के द्वारा ग्रामों के विकास के लिए सब कुछ किया गया है किसी चीज की कमी नहीं रखी गई है ग्राम पंचायत को उनके योजना अनुसार वित्तीय प्रबंधन में कोई कमी नहीं रखा है सभी कार्यों को पूरा करने के लिए अनुदान दिया जा रहा है मगर जनपद पंचायत में बैठे बाबू एवं अधिकारी ग्रामों के विकास में बाधा बने बैठे हैं।इस बात को ग्राम पंचायत जबगा के सरपंच ने मीडिया के सामने बेहिचक बोलने की साहस दिखाया है ।
जबगा का सरपंच कृपाराम राठिया का बयान इस बात को पूर्णता सच साबित करता है। कि एक जनपद पंचायत धर्मजयगढ़ ही नहीं पूरे भारतवर्ष में रिश्वत के बिना कोई काम नहीं होता है जबगा का सरपंच का कहना है कि जनपद पंचायत धर्मजयगढ़ में बैठे बाबू रिश्वत लेकर ही काम करता है जब तक रिश्वत नहीं मिल जाता तब तक कोई फाइल पास नहीं होता।