उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में पशु लकडाउन का ऐलान

UP 7 जिलों में लगा लॉकडाउन, 11 जिलों में निगरानी शुरु, अधिकारियों की भी हुई तैनाती…आवागमन पर पूरी तरह से रोक…
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर लंपी वायरस (Lumpy Virus) का प्रकोप देखने को मिल रहा है। राज्य सरकार ने हालात को देखते हुए 7 जिलों में पशु लॉकडाउन लागू कर दिया है, जबकि 11 जिलों में विशेष निगरानी बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही पशुओं के आवागमन और पशु बाजारों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।
पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने प्रेसवार्ता कर जानकारी दी कि लंपी वायरस के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने महाराजगंज, सोनभद्र, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, कुशीनगर और देवरिया में पशु लॉकडाउन लगा दिया है।वहीं बस्ती, मऊ, गोरखपुर और सिद्धार्थनगर सहित कुल 11 जिलों में विशेष निगरानी शुरू कर दी गई है।
लंपी वायरस एक संक्रामक बीमारी है, जो मुख्य रूप से गायों और भैंसों में फैलती है। इस वायरस से पीड़ित पशुओं की त्वचा पर गांठें पड़ जाती हैं, जो बाद में घाव में बदल जाती हैं। समय पर इलाज न मिलने पर पशुओं की मौत तक हो सकती है[
बिमारी के लक्षण
बुखार
आनात्वचा पर गांठें पड़ना गांठों का घाव बनना
गायों का खाना बंद कर देना
दूध उत्पादन में कमी आना
लंपी वायरस कैसे फैलता है?
यह वायरस मुख्य रूप से कीट-पतंगों के जरिए फैलता है। यदि कोई कीट संक्रमित पशु के संपर्क में आता है और फिर दूसरे स्वस्थ पशु पर बैठता है, तो यह बीमारी फैल सकती है।
बचाव और उपाय
बीमार और स्वस्थ पशुओं को अलग रखें।पशुओं के बाड़े में नियमित रूप से कीटनाशकों का छिड़काव करें।पशुओं की स्वच्छता और देखभाल पर विशेष ध्यान दें।संक्रमण दिखने पर तुरंत नज़दीकी पशु चिकित्सक से संपर्क करें।